वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />९ मार्च २०१६<br />अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा<br /><br />दोहा:<br />ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय|<br />औरन को सीतल करै, आपहुँ सीतल होय ||<br /><br />प्रसंग:<br />"ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय" का सही अर्थ क्या है?<br />मीठा वचन बोलने का क्या आशय है?<br />क्या कबीर हलुवाई वाला मीठा की बात कर रहे है या कोई और मीठा है?<br />"औरन को सीतल करै, आपहुँ सीतल होय" का क्या मतलब है?<br />बाणी पर इतना मत्वपूर्णता क्यों दी गई है?